कोरोना वायरस महामारी के बीच सांस लेने का सही तरीका क्या है?

कोरोना वायरस महामारी के बीच सांस लेने का सही तरीका क्या है?

सेहतराग टीम

कोरोना वायरस की वजह से अब तक ज्यादातर देश लॉकडाउन में जिंदगी जीने के लिए मजबूर हैं। वहीं कई देश लॉकडाउन में काफी ढ़ील भी दे चुके हैं। ढ़ील देने के बाद लोग सड़कों पर निकलने लगे हैं। ऐसे में ये और भी ज़रूरी हो गया है सभी अपने श्वसन स्वास्थ्य पर फोकस करें। प्रदूषण, धूल और एलर्जी पैदा करने वाले कण मिलकर कोरोना वायरस से संक्रमित होने को और आसान बना देंगे। ऐसे में ज़रूरी है कि आप श्वसन स्वास्थ्य में सुधार लाने का प्रयास करें। आइए जानें की कोरोना वायरस महामारी के बीच सांस लेने का सही तरीका क्या है?

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प्रदूषण पर नियंत्रण: 

हवा की क्वालिटी पर हुए एक शोध में कोविड-19 से हो रही मौतें और उच्च स्तरीय प्रदूषण के बीच संबंध पाया गया। वायु प्रदूषण के कण वायरल ट्रांसमिशन के लिए वाहनों के रूप में काम कर सकते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि हवा की क्वालिटी में सुधार महामारी पर काबू पाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। प्रदूषण की वजह से इम्यून सिस्टम कमज़ोर होता है, जिससे लोगों के लिए कोरोना वायरस से लड़ना मुश्किल हो जाता है। कोरोना वायरस की दूसरी लहर के प्रभाव को कम करने के लिए प्रदूषण का स्तर जितना कम हो सके करना चाहिए।

घर को वेंटीलेट करें: 

हवा का बहाव बाहर की तरफ होना सबसे अच्छा है। घर या ऑफिस में पुरानी हवा का सर्क्यूलेशन हानिकारक है। हवा में मौजूद वायरस के कण को सांस के ज़रिए शरीर में ले जाने से बेहतर है कि घर की खिड़कियों को खोलें ताकि ये हानिकारक कण बाहर चले जाएं। खिड़की, दरवाज़ें खोलने से ऑक्सीजन भी प्रवेश करती है जो फेफड़ों के साथ पूरी सेहत के लिए लाभदायक है।

गहरी सांसे लें: 

रोज़ाना सुबह 10-15 मिनट तक सांस लेने की एक्सर्साइज़ करें। इसके बाद सेहत, इम्यूनिटी में सुधार और हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए 10 मिनट वॉक करें। हम सब सांस लेते हैं, लेकिन हम में से कितने लोग सही तरीके से सांस लेते हैं। सांस लेने वाले व्यायाम या प्रणायाम सिर्फ उसी एक घंटे के लिए लाभदायक नहीं है, बल्कि इसे अपनी रोज़मर्रा ज़िंदगी का हिस्सा बनाएं। अगर आप अपनी सांस को गौर से देखें, तो ये हर बार बदल जाती है। 

नाक से सांस लें: 

नाक से सांस लेने पर अंदर आने वाली हवा को साफ करने में मदद करता है, जो सिलिया (छोटे बाल) और श्लेष्म झिल्ली के माध्यम से आती है और इस प्रकार रोग के खिलाफ एक ढाल बनती है। नाक से सांस लेने पर अंदर आने वाली हवा गर्म और नमी से भर जाती है। सांस लेने से जुड़े व्यायाम आपके शरीर को रिलेक्स करने में मदद करते हैं। तनाव कम करने के लिए गहरी सांसे लेना काफी फायदेमंद होता है। 

वायरस रीब्रीदिंग से बचें: 

अगर आपका घर बंद रहता है तो वहां मौजूद पुरानी हवा में वायरस भी हो सकता है और ऐेसी जगह सांस लेना बेहद हानीकारक होता है। इसलिए हमेशा ताज़ी हवा में सांस लें, हाथों को हर थोड़ी देर में धोएं, सभी सतह को साफ करें और कपड़ों को भी समय से धोएं।

 

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